अब अंतरिक्ष में रॉकेट छोड़ने का काम भी करेगी प्राइवेट कम्पनियां!


MK Digital Line
सरकार ने अंतरिक्ष विज्ञान के क्षेत्र को निजी हाथों के लिए खोलने फ़ैसला कर लिया है. बुधवार को हुई कैबिनेट की बैठक में अंतरिक्ष विज्ञान के क्षेत्र में कुछ बदलावों को मंज़ूरी दी गई.

अंतरिक्ष विज्ञान विभाग के राज्य मंत्री डॉक्टर जितेंद्र सिंह ने इन बदलावों को सुधार का बड़ा क़दम क़रार दिया. इन क़दमों में एक अहम ऐलान अंतरिक्ष विज्ञान के क्षेत्र को प्राइवेट सेक्टर के लिए भी खोलने का है.


● फ़ैसले के मुताबिक़ -

हाल ही में गठित संस्था Indian National Space Promotion & Authorization Centre (IN-SPACe) को इस क्षेत्र में प्राइवेट कंपनियों के लिए एक समान व्यवस्था तैयार करने का ज़िम्मा दिया गया है, ताकि ये कम्पनियां भी भारतीय अंतरिक्ष के मूलभूत संरचना का उपयोग कर सकें.

हालांकि सरकार ने ये साफ़ नहीं किया है कि आख़िर प्राइवेट कंपनियों को किस हद तक भारतीय अंतरिक्ष संरचना का उपयोग करने की छूट मिलेगी.

सरकार का कहना है कि प्राइवेट कम्पनियां आने से भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन यानि इसरो रिसर्च एंड डेवलपमेंट पर ज़्यादा ध्यान केंद्रित कर पाएगा.

Post a Comment

Previous Post Next Post