IPL में VIVO के साथ नहीं कर सकते करार खत्म: BCCI
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वर्तमान आईपीएल टाइटल स्पॉन्सर वीवो के साथ अपने संबंध को समाप्त करने की बीसीसीआई की कोई योजना नहीं है.
बीसीसीआई को वीवो से सालाना 440 करोड़ रुपये मिलते हैं और पांच साल का कॉन्ट्रैक्ट 2022 में खत्म होना है.
बोर्ड के कोषाध्यक्ष अरुण धूमल ने कहा कि वह चीनी उत्पादों पर निर्भरता कम करने के पक्ष में हैं लेकिन जब तक उन्हें भारत में व्यवसाय की अनुमति है, आईपीएल जैसे भारतीय ब्रांड का उनके द्वारा प्रायोजन किये जाने में कोई बुराई नहीं है.
इस सप्ताह के शुरू में गालवान घाटी में दोनों देशों के बीच सीमा संघर्ष के बाद भारत में चीन विरोधी भावनाओं की शुरूआत हो चुकी है. ऐसे में, चीनी उत्पादों का बहिष्कार करने के लिए सोशल मीडिया पर जमकर कैंपेन चलाए जा रहे हैं.
पिछले साल सितंबर तक मोबाइल कंपनी ओप्पो (OPPO) भारतीय टीम की प्रायोजक थी लेकिन उसके बाद बेंगलुरू स्थित शैक्षणिक स्टार्टअप बायजू ने चीनी कंपनी की जगह ली.
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